आजादी के अमृत महोत्सव के नाम समर्पित करते हुए जमशेदपुर ब्लड बैंक के तकनीशियन धीरज कुमार ” एवं कदमा के ” पी. रामाकृष्णन ” एसडीपी रक्तदान ” के क्षेत्र में वना एक मिसाल.

आज दिनांक 3 अगस्त 2022, जमशेदपुर ब्लड बैंक के अनुभवी तकनीशियन ” धीरज कुमार ” निरंतर मानव सेवा के तहत मानवता का परिचय देते हुए, सिंगल डोनर प्लेटलेट्स यानी एसडीपी रक्तदान कर, कई अंधेरा रुपी जीवन में दिया जलाने का कार्य कर रहे हैं. आज फिर से एक जरूरतमंद को एसडीपी रक्त की आवश्यकता पड़ने पर धीरज ने अपना 29 वा सिंगल डोनर प्लेटलेट्स रक्तदान करते हुए अपना 65 वां स्वैच्छिक एवं सुरक्षित रक्तदान के आंकड़े को पूर्ण किया. साथ ही साथ कदमा निवासी ” पी. रामाकृष्णन ” ने अपना पहला सिंगल डोनर प्लेटलेट्स यानी एसडीपी रक्तदान करते हुए, अपना आठवां ( 8 बा ) स्वैच्छिक एवं सुरक्षित रक्तदान के आंकड़े को पूर्ण किया. इसी के साथ प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन का एसडीपी रक्तदान के क्षेत्र में 287 बा रक्तदान का आंकड़ा भी पूर्ण हो गया. आज धीरज एवं पी. रामाकृष्णन के द्वारा किया गया अतुलनीय कार्य के चलते जमशेदपुर ब्लड बैंक एवं प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन उनके जज्बे को सलाम करते हुए, तहे दिल से आभार प्रकट करता है. इस पावन बेला पर उपस्थित रहे जमशेदपुर ब्लड बैंक के जी.एम- संजय चौधरी, डॉक्टर लव बहादुर सिंह, अनुभवी तकनीशियन अनूप श्रीवास्तव, एवं प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन से निर्देशक अरिजीत सरकार. रक्तदान करने के पश्चात जमशेदपुर ब्लड बैंक एवं प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन की ओर से प्रशस्ति पत्र के साथ साथ पीएसएफ के दीप सेन के द्वारा प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!