दुर्गा पूजा के लिए जारी दिशानिर्देशों में थोडी छूट दिए जाने एवं दुर्गा पूजा आयोजकों की भावनाओ को अवगत करने के लिए मुख्य सचिव से मिला जमशेदपुर केन्द्रीय दुर्गा पूजा समिति

ढाकी पूजा का अंग इसलिए सरकार के द्वारा ढाकी पर नही है मनाही

आज दिनांक 9/10/2020 को झारखंड सरकार मुख्य सचिव से मिला, जमशेदपुर दुर्गा पूजा केन्द्रीय समिति के अध्यक्ष चन्द्र नाथ बनर्जी ने कहा कि झारखण्ड के धर्म स्थलों को खोलने, दुर्गा पूजा के आयोजन हेतु दिशानिर्देश जारी करने एवं उसमें आवश्यक संसोधन करने के लिए जमशेदपुर केन्द्रीय दुर्गा पूजा समिति, झारखंड सरकार का समस्त झारखण्डवासियों की तरफ से तहेदिल से धन्यवाद करतें है। वहीं समिति के सचिव अरूण सिंह ने माननीय मुख्य सचिव श्री सुखदेव सिंह जी को दुर्गा पूजा के आयोजन में हो रहें परेशानियों से अवगत कराया।


सरकार के द्वारा दिनांक 1/10/2020 को दुर्गा पूजा हेतू दिशा निर्देश जारी किया गया था और दुर्गा पूजा 17/10/2020 से शुरू होगा ऐसे में 17 दिनो मे बरसात के समय हजारो मूर्तियों का निर्माण संभव नहीं है,आप को ज्ञात हो कि मूर्तियां बनाने में मूर्तिकारों को कम से कम 2 महीनों का वक़्त लगता है, उन्होंने पूजा हेतु पहले से ही मूर्तियों के निर्माण कार्य शुरू कर दिया था। सरकार के दिशानिर्देश आने में देरी होने के कारण अब कई मूर्तिकारों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। कोरोना के कारण ऐसे ही हर वर्ग की आर्थिक स्थिति बदहाल हो चुकी है, और अब मूर्तियों के लागत के नुकसान के कारण मूर्तिकार अगले एक साल तक बदहाली का जीवन जीने को मजबूर हो जाएंगे। इस स्थिति से निजात पाने हेतु माननीय से आग्रह है जो मुर्ति बन चुकी हैं उन मूर्तियों को पुजा करने की अनुमति दी जाए।
भोग और प्रसाद के बिना दुर्गा पूजा की कल्पना भी नही की जा सकती, लेकिन दिशानिर्देश में इसकी मनाही की गयी है। चूंकि दुर्गा पूजा प्रदेश के बड़ी आबादी के आस्था का विषय है, मनाही के बाद भी लोग शायद ही इसका कोई उचित उपाय निकाल पाये। सरकार से आग्रह है की पूजन कार्य हेतु सीमित स्तर पर भोग की अनुमति दी जाए। वही पंडाल में श्रद्धालुओं के आने की मनाही है, इस स्थिति में ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग पर मनाही तर्कपूर्ण नही है, लाउडस्पिकर की अनुमति देने से आयोजको को श्रद्धालुओं के भावनाओ का ख्याल रखने में आसानी होगी। इससे श्रद्धालु घर बैठे ही पूजन गतिविधियों को सुन कर पूजा में शामिल महसूस कर सकेंगे।
माननीय से आग्रह है की दुर्गा पूजा से संबंधित दिशानिर्देशों पर मानवीय व भावनात्मक रूप से भी विचार किया जाए, व सम्बंधित दिशानिर्देश अनुमति दी जाए, जिससे छोटे स्तर पर पूजा को संतोषजनक तरीक़े से किया जा सके। दुर्गा पूजा आस्था का विषय है, लोग अगर उहापोह की स्थिति में रहेंगे, इससे नियमो के पालन में भी परेशानी आ सकती है। यह स्थिति श्रद्धालुओं के लिए, समाज, प्रशाशन, विधि व्यवस्था सबके लिए बेहद चुनौतीपूर्ण होगा।
माननीय से आग्रह है की इस गम्भीर स्थिति को लेकर श्रद्धालुओं का उचित मार्गदर्शन किया जाए। जिससे कोरोना महामारी से भी बचाव किया जा सके, और आस्था के जनसैलाब को भी संतुष्ठ किया जा सके। इसके लिए समस्त हिन्दू समाज आपका आभारी रहेगा।
ढाकी पूजा का अंग इसलिए सरकार के द्वारा ढाकी पर नही है मनाही

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