नहीं रहे धनबाद के लोकप्रिय संगीत गुरु चित्र बनर्जी

चित्तौ बनर्जी काफी दिनों से बीमार चल रहे थे , दुर्गा पूजा नवमी के दिन 25 अक्टूबर को उनका निधन हो गया। जिससे बंगाली समाज एवं संस्कृति जगत के लोगों को काफी क्षति हुई ,संगीत जगत में उन्होंने अपनी एक अलग छाप छोड़ गए है, वे 84 बर्ष के थे और आदर्श नगर स्थित अपने निवास पर ही उनका निधन हुआ,धनबाद शहर में चित्तौ दा के नाम से जाने जाते थे,ये महान कलाकार सिंफर (CIFR)डिगवाडीह से साइंटिस्ट के रूप में अवसर प्राप्त थे।


1961 में आकाशवाणी कोलकाता तथा राँची से अपनी संगीत जीवन की सुरुआत किये थे।संगीत के क्षेत्र में उन्होंने मन्ना डे और हेमंत मुखोपाध्याय के साथ ही मंच साझा किए थे।
चित्र दा का आवाज हेमंत मुखोपाध्याय से मिलने के कारण लोग उन्हें धनबाद के हेमंत कुमार कहते थे। वे सहज, सरल , शांत, मिलनसार, मृदुभाषी एवं हंसमुख स्वभाव के थे। कोयलांचल की इस धरती में रविंद्र संगीत को उन्होंने नया आयाम दिया था। बंगाली समाज के इस अपूरणीय क्षति को कभी पूरा नहीं किया जा सकता।
अपने पीछे उन्होंने अपना भरा पूरा परिवार छोड़ गए उनके परिवार में उनकी पत्नी के अलावा उनकी बेटा,बेटी ,बहू, पोता है।