ईचागढ़ प्रखंड के आदरडिह गाँव में आदिबासि कुड़मि समाज की एक जनजागरण जड़ुआहि मानगर हाड़िराम महतो गुलिआर के अध्यक्षता में आहुत हुई बैठक।

मुख्य रूप से समाज के भाषा, संस्कृति, परंपरा, नेगनीति, गुसटि परंपरा, स्वशासन व्यवस्था इत्यादि और आगामी भारतीय जनगणना 2021 के विषय पर विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही कुड़मालि भाषा के प्रचार-प्रसार और प्राथमिक विद्यालय स्तर से लेकर महाविद्यालयों में भी कुड़मालि भाषा का पठन-पाठन शुरू करवाने एवं इसकी उपयोगिता बताते हुए प्रत्येक कुड़मि छात्र से एक भाषा “कुड़मालि” के रूप में रखने की अपील की गई। इसके पूर्व बैठक के अध्यक्ष, संचालनकर्ता और उपस्थित स्थानीय गणमान्य प्रतिनिधियों को संगठन की ओर से कुड़मालि पीला गमछा ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित आदिबासि कुड़मि समाज के झाड़खंड प्रदेश अध्यक्ष मानगर प्रसेनजीत महतो काछिमा ने कहा, कि कुड़मि समुदाय जातिप्रथा, वर्ण-व्यवस्था, ऊँचनीच और भेदभाव से परे समानता और सामूहिकता पर आधारित प्रथागत नियमों से संचालित आदिम जनजाति समुदाय है, जिसकी अपनी स्वायत्त कबिलावाची मातृभाषा “कुड़मालि” है, बारह महीने के तेरह परब की विशिष्ट संस्कृति है एवं जो पुरखों व प्रकृति के आराधक धर्मपूर्वी या आदि धरम प्रकृति धरम “सारना” के अनुयायी हैं। उन्होंने विशेष रुप से समाज से अपने अस्तित्व और हक-अधिकार के रक्षार्थ सजग और सतर्क रहकर आगामी जनगणना में जनजाति – कुड़मि, मातृभाषा – कुड़मालि और धरम – सारना दर्ज कराने की बात कही।

इसके अलावे बैठक को विशिष्ट अतिथि सरायकेला-खरसावां जिला संयोजक सदस्य मनोज महतो टिड़ुआर और प्रकाश महतो केटिआर ने भी संबोधित किया। प्रकाश महतो ने जहाँ आदिबासि, कुड़मि और समाज के तथ्य को स्पष्ट करते हुए युवाओं को विशेष रूप से सामाजिक उत्थान के लिए आगे आने का आह्वान किया, वहीं मनोज महतो ने वर्तमान पिछड़ा वर्ग सर्वे में हुए गड़बड़ियों का खुलासा करते हुए समाज से भविष्य में ऐसे किसी भी तरह के सर्वे के लिए सतर्क रहते हुए सटीक जानकारी दर्ज कराने और उसे सुनिश्चित करने का अपील किया। बैठक का संचालन गोपाल चंद्र महतो बंसरिआर और धन्यवाद ज्ञापन ग्राम प्रधान शिवराम महतो बंसरिआर ने किया। इसके अलावे बैठक में मुख्य रूप से अघर महतो, निताइ महतो, चन्द्रशेखर महतो, मृत्युंजय महतो, बिरेंद्रनाथ महतो, शक्तिपद महतो, अमूल्य महतो आदि काफी संख्या में समाज के बुइधगर माइनगर जन मौजूद रहे।