शिक्षक द्वारा बच्चों को कलम की जगह कुदाली और गैता पकड़ा दिया गया

पोटका ग्वालिकाटा पंचायत के मध्य विद्यालय दूधकुंडी में शिक्षक द्वारा बच्चों को कलम की जगह कुदाली और गैता पकड़ा दिया गया है अब छोटे-छोटे बच्चों को शिक्षक द्वारा विद्यालय में बुलाकर बागवानी करवाई जा रही है शिक्षक कहते हैं कि मैंने ही इन सारे बच्चों को काम पर लगाया है बागवानी करवा रहे हैं आप सहज ही देख सकते हैं कि इतने भारी भरकम कुदाली एवं गैता से बच्चों को किस तरह काम लाया जा रहा है.

आपको बता दें कि मध्य विद्यालय दूधकुंडी के शिक्षक को कोई फर्क नहीं पड़ता उनको तो बस अपने बागवानी को सुंदर बनाने से मतलब है वर्ग 5 में पढ़ने वाले इन छोटे-छोटे बच्चों को बड़े लोगों द्वारा चलाए जाने वाले कुदाली और गैता को पकड़ा दिया गया है सारे बच्चे सुबह से ही मिट्टी की खुदाई कर रहे हैं इधर सरकार कहती है कि बाल श्रम को रोकने है मगर यह बाल श्रम से भी बड़ी कहानी है इन छोटे बच्चे को शिक्षक द्वारा कलम की जगह कुदाल और गैता पकड़ा देना बहुत बड़ा मामला है इस मामले पर प्रशासन को ध्यान देना चाहिए कि छोटे-छोटे बच्चों से इतने भारी भरकम काम नहीं लिया जाय वरना चोट लग जाने पर एक नई समस्या उत्पन्न हो सकती है. शिक्षा कहते हैं कि हार्ड वर्क नहीं करवा रहे हैं. प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए विद्यालय में थोड़ा बहुत बागवानी के लिए भी फंड दे ताकि मजदूर के द्वारा सारे काम कराया जा सके विद्यालय द्वारा छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ने दिया जाए हाथों में कलम होनी चाहिए कुदाल और गैता नहीं.