भाजपा जिलाध्यक्ष पर प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर जिला प्रशासन पर उठा सवाल, उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन

जमशेदपुर। पिछले दिनों महाराष्ट्र सरकार द्वारा रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी के गिरफ्तारी के विरोध में भाजपा जमशेदपुर महानगर द्वारा निकाले गए मशाल जुलूस पर जिला प्रशासन के द्वारा भाजपा महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव समेत दर्जनों अज्ञात भाजपा कार्यकर्ताओं पर प्राथमिकी दर्ज करने से भाजपा कार्यकर्ता आक्रोशित है। विरोध स्वरूप शुक्रवार को महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव के नेतृत्व में भाजपा नेताओं ने जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर इस कार्रवाई को लेकर प्रशासन की मंशा पर सवाल उठाया !
वहीं उपायुक्त को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि पार्टी के प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर भाजपा महानगर समेत सभी जिलों में पत्रकार अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी के विरोध में कार्यक्रम आयोजित किये गये थे। जमशेदपुर में भी आयोजित कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने कोविड-19 के दिशा निर्देशों का अनुपालन करते हुए महाराष्ट्र सरकार के विरुद्ध जुलूस निकाला था। वहीं महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव समेत पार्टी कार्यकर्ताओं पर साकची थाना में जो प्राथमिकी दर्ज की गयी है उसमें कहा गया है कि जिला भाजपा कार्यालय से 05 नवंबर को मशाल जुलूस निकाला गया था, जिसमें लाॅक डाउन के नियमों का पालन नहीं किया गया। जो बेबुनियाद है। ज्ञापन में कहा गया है कि मशाल जुलूस निकालना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है और इसके तहत महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ मशाल जुलूस किया गया था।
महानगर अध्यक्ष ने बताया कि 13 नवंबर के समाचार पत्रों में एक और खबर छपी है जिसमें कहा गया है कि विधायक सरयू राय की अगुआई में भाजमो कार्यकर्ताओं ने बारीडीह से लेकर एग्रिको चौक तक मौन जुलूस निकाला था। इस मामले में सिदगोड़ा थाना में भारतीय जन मोर्चा के अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। दोनों ही प्राथमिकी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा दर्ज करायी गयी है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात है कि एक ही तरह के दो मामलों में प्रशासन ने दो मापदंड क्यों रखा ? एक ओर विधायक के खिलाफ नामदर्ज प्राथमिकी दर्ज न करना और दूसरी ओर मेरे खिलाफ नामदर्ज प्राथमिकी दर्ज करना सीधे-सीधे प्रशासन की मंशा को दर्शाता है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर किन कारणों से प्रशासन एक आंख में काजल और दूसरे आंख में सुरमा वाली कहावत को पूर्ण रूप से चरितार्थ कर रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी और खास आदमी के बीच कानून में अलग-अलग व्यवहार का कोई प्रावधान नहीं है। भाजपा ने दोनों मामलों में एक तरह के व्यवहार करने और न्यायसंगत आवश्यक कदम उठाने की मांग की है। वहीं, जिला उपायुक्त को झामुमो द्वारा लगातार केंद्र सरकार के विरोध में बड़ा प्रदर्शन करने पर प्रशासन के चुप्पी साधे रहने पर ध्यान आकृष्ट कराया है।
इस दौरान महानगर गुंजन यादव, संजीव सिन्हा, सुधांशु ओझा, बबुआ सिंह, अनिल मोदी, राकेश सिंह, पुष्पा तिर्की, मंजीत सिंह, पप्पू सिंह, प्रेम झा, धर्मेंद्र प्रसाद, अभिमन्यु सिंह चौहान समेत अन्य उपस्थित थे।