“मैं पढ़ना चाहती हूं” यह कहना है सुनीता सरदार का !
पोटका मैं पढ़ना चाहती हूं यह कहना है सुनीता सरदार का गरीबी के कारण वर्ग 8 में नामांकन के बाद फीस नहीं भर पाने की स्थिति में विद्यालय छूट चुका है वही दीपावली के दिन बगल के घर में आग लगने से इनका भी घर जलकर राख हो चुका है घर बनाने को पैसा नहीं तिरपाल के नीचे रहने को विवश है यह परिवार कहते हैं पढ़ाई का खर्च कैसे आएगा.

मामला के संबंध में बताया जा रहा है कि गीतीलता मध्य विद्यालय से आठवां पास कर हाई स्कूल में नामांकन के बाद पैसा नहीं भर पाई इसके कारण विद्यालय छूट चुका है वही दीपावली के दिन बगल के घर में आग लगने से इनका भी घर जलकर खाक हो गया मजदूरी कर परिवार किसी तरह चल रहा था घर की स्थिति जर्जर थी वही आग से पूरी तरह से खाक हो चुका है आज पैसा नहीं कि घर को बना ले तिरपाल के नीचे रहने को विवश हो रहा है यह परिवार वही सुनीता के पिता कहते हैं कि गरीबी के कारण हम लोग नहीं पढ़ा पा रहे हैं सुनीता कहती है कि पढ़ने की बहुत इच्छा है मैं पढ़ना चाहती हूं मगर गरीबी के कारण नहीं पढ़ पा रही हो फीस नहीं दे पा रही हूं साथ ही अब तो घर भी जल चुका है अब घर बनेगा कि मेरा पढ़ाई होगा समझ में नहीं आता.
