जुगसलाई नगर परिषद् के प्रस्तावित फूड ज़ोन के पास पुराने जेसीबी के टायर, डंपर प्लेसर के टायर, महिंद्रा जीतो के टायर, फूटे हुए घड़े से फाउन्टेन बनाया


जुगसलाई नगर परिषद् के कार्यपालक पदाधिकारी जे पी यादव के आदेशानुसार जुगसलाई नगर परिषद् के प्रस्तावित फूड ज़ोन के पास पुराने जेसीबी के टायर, डंपर प्लेसर के टायर, महिंद्रा जीतो के टायर, फूटे हुए घड़े से फाउन्टेन बनाया गया है।
यही नहीं कूलर के पार्ट्स, प्लास्टिक के बॉटल और मछली के डब्बे से भी बनाया गया फाउंटेन को वीर कुवर सिंह चौक के पास लगाया गया । फाउंटेन में पानी रीसाइक्लिंग हो इसका इंतजाम भी किया गया।
कबाड़ से कैसे सजावट की जा सकती है इसका उदाहरण देने के के लिए जुगसलाई नगर परिषद द्वारा जगह जगह कबाड़ से बने चीजों को लगाया जाएगा।
एक अनुमान के अनुसार अगर बिना प्रोसेस्ड वेस्ट को अगर यूही फेका जाए तो कुछ सालो में बेंगरुलू से बड़ी जगह डंप साइट के लिए चाहिए होगा।
कार्यपालक पदाधकारी के अनुसार कचरे को वापस उपयोग करने से कचरे खुद ही बहुत हद तक कम हो जाएगा ।

ये फाउंटेन मारवाड़ी पारा, जुगसलाई निवासी आशा शर्मा ने बनाया है।
उनके अनुसार उन्होंने अपने घर के साज सजावट के लिए भी बहुत सारे अनुपयोगी चीजों को उपयोग किया है।
यही नहीं जुगसलाई शिव मंदिर के पास कचरे से खाद बनाने का कार्य भी शुरू किया गया ताकी गीले कचरे का निस्तरिकरण अच्छे से हो सके।
नगर परिषद स्थित परिसर में पुनः चाय पत्ती खाद बनाने कि प्रक्रिया शुरू हो गई है।
कोरोना महामारी के वजह से चाय के दुकान नहीं लगने से खाद बनाने का कार्य रुक गया था परन्तु अब सभी दुकानदारों से बाल्टी बांट कर उनसे चाय पत्ती का संग्रहण शुरू करा दिया गया है। चाय पत्ती का खाद फूल वाले पौधे के लिए बहुत अच्छा होता है।
मौके पर नगर प्रबंधक राजेंद्र कुमार, जे ई मुकेश कुमार मोदी, जलाउद्दीन, स्वच्छता विशेषज्ञ सोनी कुमारी, कर दरोगा ज्ञानेश्वर प्रसाद, हित नरायान सिंह, सुपरवाइजर शहेंद्र कुमार, नवीन कुमार, मंजीत कुमार, हसीन खान, अजय सिंह, मेट राजू मुखी, किशोर परिहार और स्वयं सहायता समूह की महिला आशा शर्मा थी।