काशीडीह सार्वजनीन दुर्गा पूजा कमिटी द्वारा आयोजित मातृ पूजा की 21वीं वर्ष की पूजार्चना की तैयारी पूर्ण।
पोटका प्रखंड के शंकरदा – काशीडीह सार्वजनीन दुर्गा पूजा कमिटी द्वारा आयोजित मातृ पूजा की 21वीं वर्ष की पूजार्चना की तैयारी पूर्ण भक्ति एवं भव्यता के साथ करते हुये आज महा सप्तमी में गाँव के अंतिम छोर पर स्थित गुर्रा नदी से व्रतियों द्वारा माँ की पवित्र कलश लाई गई । कलश यात्रा में पूर्व जिलापार्षद करुणा मय मंडल एवं श्रीमती प्रतिमा रानी मंडल साथ ही उनके माताजी दीपाली मंडल भी शामिल होकर माँ की पवित्र कलश को सभक्ति धुप दीप दिखा कर,नमन कर परिवार प्रियजन एवं क्षेत्र की मंगल कामना किये। पूर्व पार्षद सह कवि करुणा मय मंडल ने माँ के उद्देश्य में अपनी पँक्तियों में बोले —
” ऐसी कृपा चमत्कारी
माँ दिखा ऐसी महिमा।
सिर्फ तू ही नहीं – सम्मान पाये
घर घर की नारी घर घर की माँ।।
घर की नारी पर जुर्म ढाये
रोये बूढ़ी माँ ।
बेटी घर में कैद रहे
ए कैसी विडम्बना।।
हर नारी पर छा जा तू
हर नारी पर नजर आ।
आज भी नारी दुर्बल हे
उस पर कृपा बना।।
पूजतें हैं सब तुझे मैया
लेकर दिल में खंजर।
आज भी पुरषों का यही रबैया
नारी पर बुरी नजर।।
घर घर में शोषित नारी
पग पग में बंधन।
सोचो माते आज भी यँहा
कैसी नारी जीवन।।
महिषासुर घूम रहा है
आज भी गली गली।
हर नारी में आ जा दुर्गे
बनके शक्तिशाली।।
ऐसी कुछ कर दे माता
हो महा परिवर्तन।
कु’ कर्मी, कु’ कृत्य समाज से भागे
सुगम हो नारी जीवन।।
प्रतीक तू नारी शक्ति की
चला ये विजय अभियान।
सिर्फ मंदिर में ही नहीं
घर घर में मिले नारी को सम्मान।।”
कलश यात्रा में पुजारी पंडित आशीष चक्रबर्ती जी, व्रतियों में किशोर कुमार भकत, विकास चन्द्र भकत, चिन्मय भकत, प्रशन्न भकत, पूजा कॉमिटी के तरफ से गणेश चन्द्र भकत, विमल किशोर गोप,सुदर्शन भकत, डॉ.चित्त रंजन भकत, साथ ही गाँव में नवरात्र करने वाली सभी महिला व्रतियों के साथ ग्रामीण भक्त जन पूर्ण श्रद्धा भक्ति के साथ अंश ग्रहण किये। महिलाओं की उलुध्वनी शंख ध्वनी ढाकी एवं माँ की जय घोष के साथ शुभ कलश यात्रा सम्पन्न करते हुये मातृ मंदिर में शुभ कलश की स्थापना पूर्वक महा सप्तमी की पूजा प्रारंभ कि गई।