खरसावां गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि
पूरी दुनिया आज नए साल के स्वागत के जश्न में डूबी है, लेकिन झारखंड अपनी अस्मिता की रक्षा करते हुए प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देकर उनके बताए आदर्शो पर चलने की प्रेरणा ले रहा है. हम बात कर रहे हैं 1948 के खरसावां गोलीकांड में हुए अमर शहीदों की. जिन्होंने झारखंड की अस्मिता को अक्षुण्ण बनाए रखने के खातिर हंसते-हंसते अपने प्राणों की आहुति दे दी. आज उन्हीं के बलिदानों और संघर्ष का परिणाम है, कि झारखंड अलग राज्य बना और हम यहां चैन की सांस ले रहे हैं, और गर्व से कहते हैं कि हम झारखंडी हैं. आपको बता दें, कि देश अभी आजादी के जश्न का एक साल भी ठीक से नहीं मना सका था, कि 1 जनवरी 1948 को कोल्हान रियासत के उड़ीसा में विलय किए जाने के विरोध में जुटे आदिवासियों पर खरसावां में एक सभा को तितर बितर करने को लेकर में पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्ण तरीके से गोलियां बरसाई गई, जिसमें अनगिनत लाशें गिरी. सभी लाशें आदिवासियों की थी. वैसे मौत का आंकड़ा आज तक स्पष्ट नहीं हो सका है. तब से लेकर आज तक सरकारें आई गई, लेकिन खरसावां गोलीकांड की याद को अपने जेहन में संजोए आदिवासी समाज अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने आज के दिन यहां जरूर पहुंचते हैं. फिर चाहे सरकार किसी की भी हो सत्ता पक्ष और विपक्ष के लोग श्रद्धांजलि जरूर आते हैं. आज भी राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा खरसावां स्थित स्थल पर पहुंच शहीद बेदी पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनके सपनों का झारखंड बनाने का संकल्प दोहराया. अपने शासनकाल के दिनों को याद करते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने बताया, कि शहीद स्थल की गरिमा को बनाए रखने के खातिर उन्होंने शहीद पार्क का निर्माण कराया जहां हर साल हजारों की संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने पहुंचते हैं. उन्होंने श्रद्धांजलि देने पहुंचने वाले लोगों के स्वागत किए जाने का आह्वान किया. वही बतौर केंद्रीय मंत्री उन्होंने देश के जनजातीय समुदाय के विकास का पूरा ब्यौरा दिया और कहा उनके मंत्रालय की ओर से देशभर के आदिवासियों के उत्थान का कार्य तेजी से हो रहा है, जो केंद्र सरकार और उनके मंत्रालय के पोर्टल पर देखा जा सकता है. केंद्र सरकार के सहयोग से आज देशभर के लाखों आदिवासी युवा देश ही नहीं विदेश में भी पढ़ रहे हैं. साथ ही केंद्र सरकार के सहयोग से जनजातीय समुदाय के उत्थान को लेकर कई कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं. जिसका व्यापक पैमाने पर झारखंड सहित अन्य राज्यों के जनजातीय समुदाय को मिल रहा है. इस दौरान उनकी पत्नी श्रीमती मीरा मुंडा, सरायकेला- खरसावां जिला के पूर्व जिला अध्यक्ष उदय सिंह देव, भाजपा नेता विनोद सिंह, रमेश हांसदा, शैलेंद्र सिंह सहित सैकड़ों भाजपा के कार्यकर्ता एवं नेता गण मौजूद रहे. वैसे दोपहर बाद राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शहीद स्थल पहुंचेंगे और खरसावां गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे.


