टाटा का दावा गलत, उद्यमियों ने जताया विरोध

सरायकेला – खरसावां जिला के आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया के आरआईटी थाना अंतर्गत फेज 3 के C 47 स्थित राज वायर कंपनी द्वारा निर्मित प्रोडक्ट पर टाटा स्टील का लोगो प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए कंपनी के अधिकारियों द्वारा आरआईटी और आदित्यपुर थाना पुलिस के सहयोग से छापेमारी की. उधर कंपनी का दावा है कि कंपनी टाटा के लोगो का कहीं प्रयोग नहीं कर रही है. कंपनी मालिक राजेश कुमार ने बताया कि उनकी कंपनी में जो प्रोडक्ट बनते हैं वह रोज टाटा वायर के नाम से बनती है और टाटा के लोगो से उनके प्रोडक्ट का लोगो पूरी तरह से भिन्न है. उन्होंने इसे टाटा का तानाशाही बताया और कहा छोटे उद्यमियों को टाटा समूह परेशान कर रही है. उधर इस छापेमारी को लेकर कई उद्यमियों ने छापेमारी के तरीके पर आपत्ति जताई है उद्यमियों का कहना है कि बगैर मजिस्ट्रेट के टाटा स्टील के अधिकारी कंपनी में छापेमारी करने पहुंच गए जिसका कोई औचित्य नहीं वही छापेमारी करने पहुंचे टाटा स्टील के अधिकारियों ने इस संबंध में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया जबकि छापेमारी के दौरान किसी तरह का कोई हंगामा ना हो इसके लिए आदित्यपुर एवं आरआईटी थाना पुलिस दल बल के साथ मौके पर डटी रही.

इस संबंध में आदित्यपुर थाना प्रभारी राजेंद्र प्रसाद महतो ने बताया कि उन्हें सूचना मिली तो किसी तरह का कोई हंगामा ना हो इसलिए सुरक्षा देने के लिहाज से वे यहां पहुंचे हैं. हालांकि कैमरे पर उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया. वैसे कंपनी मालिक ने अपने प्रोडक्ट जप्त करने से टाटा स्टील के अधिकारियों को रोक दिया. उधर मामले की जानकारी मिलते ही फैक्ट्री इंस्पेक्टर मनीष कुमार सिन्हा मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने टाटा स्टील के दावों को गलत बताया. उन्होंने कहा कि राज वायर द्वारा टाटा का नाम निबंधित नहीं कराया गया है, लेकिन जिसपर टाटा दावा कर रही है उससे कंपनी का नाम, रंग और लोगो तीनो अलग है. उन्होंने टाटा स्टील के अधिकारियों को एफआइआर दर्ज कराने की बात कही. वहीं राज वेयर प्रबंधन को नाम निबंधित होने तक प्रोडक्ट बाजार में भेजने से रोक दिया. जिसपर प्रबंधन ने सहमति जताई. वहीं कंपनी के वकील ने टाटा स्टील के अधिकारियों पर कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. वहीं टाटा के अधिकारियों ने माल जप्त करने का अनुरोध मौजूद फैक्ट्री इंस्पेक्टर से कही, जिसे उन्होंने मानने से इंकार कर दिया. उधर मौके पर मौजूद आदित्यपुर थाना प्रभारी ने बगैर मजिस्ट्रेट के प्रतिनियुक्ति के माल जप्त करने से इंकार कर दिया. बात फिलहाल दोनों पक्ष कंपनी गेट पर जमे हुए हैं. उधर धीरे- धीरे उद्यमी गोलबंद हो रहे हैं.

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