महज 30 साल की उम्र में शेख भिखारी को अंग्रेजी हुकूमत ने दी थी फांसी की सजा,आज उनका शहादत दिवस है.
झारखंड वीरों की धरती रही है. देश की आजादी से लेकर झारखंड आंदोलन में अनगिनत लोगों ने कुर्बानियां दीं हैं. शेख भिखरी उन्हीं शहीदों में से एक हैं. महज 30 साल की उम्र में शेख भिखारी को अंग्रेजी हुकूमत ने फांसी की सजा दे दी थी. आज उनका शहादत दिवस है. आज ही के दिन 1851 को उन्हें फांसी दी गई थी. जमशेदपुर में इस मौके पर एक श्रद्धांजलि सभा सह लंगर- ए- आम का आयोजन किया गया. जहां आयोजकों ने शेख भिखारी के आदर्शों को जीवन में आत्मसात किए जाने का प्रण लिया. एवं भावी पीढ़ी से शेख भिखारी के आदर्शों को अपनाने की अपील की.
