बिजली का बिल प्रत्येक महीना देने के बदले 2 साल में देने से रोज कमाने खाने वाले गरीब लोग काफी परेशान है।

जमशेदपुर प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली विभाग की लापरवाही से खासकर गदरा पंचायत के आदिवासी हरिजन बस्ती में बिजली का बिल प्रत्येक महीना देने के बदले 2 साल में देने से रोज कमाने खाने वाले गरीब लोग काफी परेशान है। जिसको लेकर सामाजिक सेवा संघ अध्यक्ष राजेश कुमार सामंत के नेतृत्व में बुधवार को एक प्रतिनिधिमंडल बिजली विभाग के जीएम से मुलाकात की। वहीं उन्होंने महाप्रबंधक को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापान के माध्यम से जमशेदपुर प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में विशेषकर गदरा पंचायत के रहने वाले आदिवासी हरिजन की बस्ती में बिजली का बिल प्रत्येक महीना नहीं भेजने के कारण नाराजगी जताई। वही उन्होंने कहा बिजली विभाग ने 2 साल में बिल भेज कर गरीब उपभोक्ताओं को परेशान करता है। वे लोग एक साथ बिल जमा करने में असमर्थ हो जाते है। वैसे गदड़ा पंचायत के उपभोक्ता आदिवासी हरिजन बस्ती के अंतर्गत आते हैं। आदिवासी बहुल क्षेत्र में सभी मजदूर वर्ग के लोग है जो रोज कमाते हैं खाते हैं। जिसका पूर्व में बिजली बिल 30 रुपैया आता था अब 180 रुपिया आने लगी है। इतना ही नही 2 साल में बिल मिलने से जमा करने में गरीब लोग असमर्थ है। इस परिस्थिति में गरीबों के प्रति विभाग को ध्यान आकृष्ट कराने के लिए सामाजिक सेवा संघ ने बिजली विभाग के जीएम को एक लिखित आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की।