शिक्षकों ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के एग्रिको स्थित आवास पहुंच कर मुलाकात की।

2016 में नियोजन नीति को न्यायालय ने रद्द कर दी है। उसके बाद लगभग 16000 शिक्षक भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। उधर इन शिक्षकों ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के एग्रिको स्थित आवास पहुंच कर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास से मुलाकात की। और उनके द्वारा किए गए नियुक्ति के मामले में बात की ।हालांकि हेमंत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट जाने का ऐलान कर दिया है ।हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ हेमंत सरकार सुप्रीम कोर्ट जाएगी ।और इसको लेकर प्रक्रिया भी शुरू हो गई है ।उधर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हेमंत सरकार के इस पहल को काफी सराहा और कहा की सरकार को सुप्रीम कोर्ट जाना चाहिए था जबकि हेमंत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट जाने का ऐलान कर दिया है ।वही पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हेमंत सरकार पर निशाना सादते हुए कहा की चुनाव के वक्त हेमंत सोरेन ने यह हवा फैलाया था की रघुवर सरकार सिर्फ बाहरी ओ को नौकरी दे रही है। लेकिन अब साफ हो गया कि आदिवासी और मूल वासियों को रघुवर सरकार ने नौकरी दी थी ।वैसे अब मामला न्यायालय तक पहुंच गया है ।न्यायालय का फैसला आने के बाद यह शिक्षक अपने ड्यूटी पर वापस हो सकते हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्यपाल ने यह नियुक्ति दी थी और सीडुल एरिया को चिन्हित कर आरक्षण के आधार पर इन शिक्षकों को नियुक्ति दी गई थी ।ऐसे में राज्यपाल सर्वोपरि है।
