माननीय प्रधानमंत्री का कहना है – “झूठ बोलने वाले लोग किसानों के कंधे पर रखकर बंदूक चला रहे हैं “

भारतीय जनसंघ के जनक रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना संकट काल में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लोगों की सेवा की, कुछ कोरोना से संक्रमित हुए और कुछ की जान भी चली गई. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर कृषि विधेयकों को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा.

कृषि बिल पर फिर विपक्ष पर बरसे पीएम मोदी 
कृषि बिल को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि बीते दिनों में हमारी सरकार ने युवा और किसानों के लिए ऐतिहासिक फैसले लिए हैं. पीएम बोले कि लोगों के जीवन में सरकार जितना कम दखल देगी, उतना बेहतर होगा. आजादी के कई साल बाद तक किसानों के नाम पर कई नारे लगे, लेकिन उनके नारे खोखले थे.

पीएम मोदी ने कहा कि कृषि बिल से छोटे किसानों को सबसे अधिक फायदा होगा. पीएम ने कहा कि अब किसान की मर्जी है कि वो कहीं पर भी फसल बेचे, जहां पर किसान को अधिक दाम मिलेगा वो वहां बेच सकेगा. बीजेपी के कार्यकर्ताओं को आसान भाषा में किसानों को समझाना होगा. पीएम मोदी ने कहा कि जिन्होंने किसानों से झूठ बोला, अब वो किसान के कंधे पर बंदूक रखकर चला रहे हैं. ये लोग झूठ फैलाकर किसान को बरगला रहे हैं. 

कुछ लोगों ने राष्ट्रहित के बजाय खुद के हित को सर्वोपरि रखा. किसानों को कानूनों में उलझाकर रखा गया, जिसकी वजह से वो अपनी फसल कहीं बेच नहीं पा रहा था. पीएम ने कहा कि हमने MSP में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की. अबतक एक लाख करोड़ रुपये से अधिक किसानों को दिए जा चुके हैं. पीएम ने कहा कि यूपीए सरकार ने सिर्फ 20 लाख करोड़ का ऋण किसानों को दिया था, लेकिन हमारी सरकार ने 35 लाख करोड़ से अधिक का लोन दिया. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसानों की तरह मजदूरों के साथ भी वर्षों तक धोखा किया गया. पीएम मोदी ने कहा कि अब एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने वाले मजदूरों के स्वास्थ्य के लिए काम किया गया है, दिहाड़ी के समय को निर्धारित किया गया है, नए कानून में पेंशन की बात भी है. साथ ही न्यूनतम वेतन को एक स्तर पर लाने की कोशिश है. पीएम ने कहा कि अब महिला मजदूरों को भी समान मानदेय मिलेगा. 

प्रधानमंत्री मोदी बोले कि देश के अलग-अलग हिस्से में पार्टी के कार्यकर्ता दिन-रात लोगों की सेवा में जुटे रहे. पीएम ने कहा कि दीनदयाल जी ने ही भारत की राष्ट्रनीति, अर्थनीति पर मुखरता से अपनी बात कही थी. जब आजाद भारत निर्माण के लिए विदेशी मॉडल को अपनाने पर जोर था, उस वक्त दीनदयाल जी ने भारत के स्वयं के मॉडल की बात कही थी. 

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