टीएमएच के बाहर नशे की कारोबार
टीएमएच के बाहर नशे की कारोबार इन दिनों धड़ल्ले से चल रही है। वही एंबुलेंस चालकों के द्वारा विरोध करने पर जान से मारने की धमकी मिल रहा है।जिससे उनपर हर दिन खतरा मंडराता रहता है।

झारखंड का सबसे बड़ा निजी अस्पताल टाटा मुख्य अस्पताल के बाहर कोरोना काल में कुछ लोगों ने एंबुलेंस स्टैंड में गाजा बिक्री करने का काम करता है। जिसको लेकर कई बार लिखित आवेदन दी गई। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुआ अब गांजा सप्लायर एंबुलेंस चालकों को जान से मारने की धमकी देने लगे। एक तरफ जहां अस्पताल के भीतर कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो रही है वहीं दूसरी तरफ अस्पताल के बाहर नशे का व्यापार खुलेआम चल रहा है। वैसे यह आरोप कोई और नहीं बल्कि अस्पताल से मरीजों को लाने ले जाने वाले कोरोना योद्धा एंबुलेंस चालक ही लगा रहे हैं। इन लोगों ने परिवार को छोड़ कर अपनी जान को जोखिम में डालते हुए मरीजों का सेवा कर रहा है। दूसरी तरफ इन कोरोना योद्धा को जान से मारने की धमकी मिल रही है। वही जानकारी देते हुए एंबुलेंस चालकों ने कहा अस्पताल के बाहर खुलेआम गांजा की बिक्री हो रही है। उपायुक्त, एसपी एसडीओ, थाना के अलावा अस्पताल प्रशासन को जानकारी दी गई लेकिन नशे के सौदागरों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। उन्होंने बताया कि विरोध करने पर उन्हें जान से मारने की धमकियां भी मिल रही है। इन चालकों ने बताया ये नियमित रूप से अस्पताल के बाहर पार्किंग में एंबुलेंस लगाते हैं। जिसके लिए शुल्क भी देते हैं। बावजूद इसके ना तो पार्किंग में लाइट की व्यवस्था है ना पानी की। जिसके कारण उनपर हर दिन खतरा मंडराता रहता है।
