महाशिवरात्रि को लेकर गुरुवार सुबह से ही सरायकेला के शिवालयों में भक्तों की लगी रही उमड़ी भीड़, शिव भजनों से गुंजा पूरा शहर
सरायकेला: महाशिवरात्रि को लेकर गुरुवार को सुबह से ही सरायकेला के सभी शिवालयों में पूजा अर्चना को लेकर भक्तों श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रही। जहां भगवान शिव जी को भक्त श्रद्धालुओं ने पूरे भक्ति और आस्था के साथ जलाभिषेक किया और अपने घर परिवार के सुख शांति के लिए कामनाएं की। बरसों से चलती आ रही मान्यता के अनुसार आज की रात भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था कहा जाता है, कि इस विवाह के बाद से इस जगत में विवाह पद्धति आरंभ हुआ। सनातन धर्म में भगवान सिंह और माता पार्वती के विवाह पद्धति से ही विवाह का संपूर्ण कार्य संपन्न किया जाता है इसी मान्यता को आगे बढ़ाते हुए प्रत्येक वर्ष शिवरात्रि के दिन विभिन्न मंदिरों और शिवालयों में शिव भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है इस वर्ष कोरोना के लिए दिए गए गाइडलाइनों पर शिव भक्तों की आस्था भारी पड़ गई और मंदिरों में भीड़ उमड़ पड़ी. शिवलिंग पर जल दूध बेलपत्र धतूरा के फूल चढ़ाकर परिवार की सुख शांति और खुशहाली की कामनाएं की वहीं महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु तो कुंवारी कन्याओं ने अपने मनपसंद वर प्राप्ति की कामना की।
बताते चलें कि सरायकेला के प्रसिद्ध पंचमुखी मांजना घाट शिव मंदिर व कुदर साई शिव मंदिर में जलाभिषेक के लिए सीनी, दुगनी, कोलाबीरा, समेत आसपास के कई गांवों से सैकड़ों की संख्या में भक्त सुबह से ही स्नान नहान कर रंग-बिरंगे नए-नए कपड़े पहन कर पहुंचे थे। वही इधर डेली मार्केट स्थित शिव मंदिर, गेस्ट हाउस स्थित शिव मंदिर, पटनायक टोला स्थित शिव मंदिर, कवि टोला स्थित से मंदिर व जुआन साई स्थित शिव मंदिर मैं भी भक्तों की काफी भीड़ देखी गई जहां भक्तों ने बारीकी बारीकी से बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक किया और कई तरफ तरह के फूल फल और प्रसाद चढ़ाएं। वही पंचमुखी मांजना घाट शिव मंदिर के पुजारी लच्छू महाराज जी ने बताया कि यह प्राचीन मंदिर है जो 600 साल पुरानी है इस मंदिर को राजा विक्रम प्रताप सिंहदेव जी द्वारा बनबाई गई थी।