चाईबासा। सीआईएसएफ कि संपूर्ण संस्था एक सशक्त भारत बनाने के लिए अपनी कुर्बानी दे रहे हैं। सीआईएसएफ अपनी जिम्मेदारी एवं कर्तव्य निष्ठा के साथ राष्ट्र की सेवा में संलिप्त है। यह बातें गुवा के योगनगर स्थित सीआईएसएफ कैंप में आयोजित 53वा सीआईएसएफ स्थापना दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि में आए सेल के मुख्य महाप्रबंधक विपिन कुमार गिरी ने कही। श्री गिरी ने आगे कहा कि सीआईएसएफ के जवानों ने अपनी कर्तव्य निष्ठा को निभाते हुए अपना बलिदान दिया है उसे नमन करते हुए श्रंद्धाजलि अर्पित करता हूं। ज्ञात हो कि 10 जुन 1983 को इस संस्था को आर्म फोर्स कि संज्ञा दी गई। आज इस संस्था में 3 हजार कर्मी सेवा दे रहे हैं।गुवा सेल खदान इकाई में यह संस्था 4 मार्च 2008 को स्थापना कि गई।आज सीआईएसएफ कि संख्या एक लाख बासठ हजार से भी अधिक है।यह संस्था सिर्फ हमारी ही नहीं,ये अपात स्थिति में भी अपना योगदान दे रहे हैं। इस मौके पर सीआईएसएफ के डिप्टी कमांडेंट गोपाल दत्त पाण्डेय ने कहा कि 10 मार्च 1971 में सीआईएसएफ बल कि स्थापना हुई थी। यह संस्था 250 कि संख्या में शुरू हुआ था जो आज बढ़कर लगभग 1 लाख 62 हजार हों चुके हैं।फायर विंग यूनिट में यह संस्था 130 यूनिट में सेवा प्रदान कर रहे हैं। मुख्य रूप से हमारी सेवा एयरपोर्ट, सी पोर्ट, मेट्रो, गवर्नमेंट बिल्डिंग, हेरिटेज मॉन्यूमेंट, न्यूक्लियर पावर प्लांट, स्पेस इंस्टॉलेशन, वीआईपी सिक्योरिटी, सहित अन्य जगहों पर सेवा दे रहे हैं। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि सेल के मुख्य महाप्रबंधक विपिन कुमार गिरि ने झंडोत्तोलन कर किया। इस दौरान सीआईएसएफ के जवानों ने गॉड्स ऑफ ऑनर की सलामी दी। इस दौरान विशिष्ट सेवा देने वाले cisf के जवानों को प्रोत्साहित करने के सम्मानित किया गया। इस मौके पर सेल के अधिकारी गण एवं भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक गुवा थाना प्रभारी सहित अन्य मोजूद थे।