सरायकेला जिला के कुकड़ू प्रखंड अंतर्गत तिरुलडीह पंचायत भवन सभागार में आज विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के सौजन्य से एक दिवसीय ए.एफ.पी एवं खसरा उन्मूलन औऱ रूबेला उन्मूलन को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में मुख्य रुप से WHO के एसएमओ डॉ. सुमन कंडुलना और तिरुलडीह पीएचसी से डॉ. बलराम मांझी तथा कुकड़ू और ईचागढ़ प्रखंड के ग्रामीण प्रैक्टिसनर मौजूद रहे। कार्यशाला में WHO के एसएमओ डॉ. सुमन कंडुलना ने कार्यशाला में मौजूद ग्रामीण प्रैक्टिसनर डॉक्टरों को पोलियो, खसरा एवं रुबेला के लक्षण सहित उसके बचाव के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने इस बीमारियों से निपटने के लिए ग्रामीण चिकित्सकों को सहयोग करने की अपील किया ।
इस दौरान WHO के एसएमओ डॉ. सुमन कंडुलना और तिरुलडीह पीएचसी के डॉ. बलराम मांझी ने कहा कि ग्रामीण प्रैक्टिसनर डॉक्टरों के बदलौत ही आज भारत पोलियों मुक्त हुआ है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण प्रैक्टिसनर डॉक्टर जमीन से जुड़े होते है, इन्हें गांव में किसी भी तरह की बीमारियां होने से सबसे पहले पता चलता है। डॉ. सुमन कंडुलना ने आगे कहा कि जिस तरह ग्रामीण प्रैक्टिसनर डॉक्टरों ने पोलियों मुक्त भारत बनाने में सहयोग किया है,उसी तरह से उन्होंने खसरा और रूबेला उन्मूलन में सहयोग करने का अपील किया है।