जमशेदपुर, 3 जुलाई।
आज से बिड़ला मंदिर के नाम से जाना जाने वाला श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर के जीर्णोद्धार के बाद पहले दिन कलश यात्रा निकाली गई। सभी महिला श्रद्धालुओं ने स्नान कर पीली साड़ी में कलश लेकर दोमुहानी तट पर पहुंचे और वहां से जल भरकर केबल टाउन पहुंचे।
मंदिर के संयोजक विधायक सरयू राय ने कहा कि मंदिर के जीर्णोधार के बाद प्राण प्रतिष्ठा के लिए शुरू किए गए कार्य के पहले दिन श्रद्धालुओं की उपस्थिति को देखने से पता चलता है कि लोगों में काफी उत्सुकता और प्रसन्नता है। पिछले 30 वर्षों से यह मंदिर जीर्णोधार की प्रतीक्षा कर रहा था। अब 7 जुलाई तक प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद सभी ओर से श्रद्धालु आएंगे। यहां पर पूजा पाठ करेंगे।
उन्होंने कहा कि इस मंदिर का व्यावसायिक प्रयोग नहीं करेंगे। इस मंदिर में वेद- वेदांत,अध्यात्म आदि की व्यवस्था की जाएगी। पर्यटन की दृष्टि से भी इसे तैयार किया जाएगा।
वहीं मंदिर से जुड़े पदाधिकारी सुबोध श्रीवास्तव ने बताया कि श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर झारखंड का एक प्रसिद्ध मंदिर बन गया है। 7 जुलाई के बाद यहां पर आपको देखने को मिलेगा की दूर-दूर से इसे देखने श्रद्धालु आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विधायक सरयू राय ने जो संकल्प लिया है, उसे वह पूरा कर रहे हैं और 3 जुलाई से 7 जुलाई तक प्राण प्रतिष्ठा का कार्य चलेगा। जिसमें श्री लक्ष्मी नारायण के अलावा श्री गणेश, बजरंगबली, शिव परिवार, मां काली आदि की प्रतिमाएं स्थापित की जाएगी। वह प्रतिमाएं जयपुर से मंदिर परिसर तक पहुंच चुकी है। इस प्राण प्रतिष्ठा के दौरान यज्ञ, प्रवचन आदि कार्यक्रम भी होंगे।
जमशेदपुर।