वही अधर में लटके बागबेड़ा वृहद ग्रामीण जलापूर्ति योजना को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग को लेकर पंचायत प्रतिनिधियों ने आंदोलन का रूप अख्तियार कर लिया है जहां पंचायत प्रतिनिधियों समेत स्थानीय लोगों ने बागबेड़ा सिद्धू मैदान में 51 घंटे का अनशन शुरू किया. 237 करोड़ की लागत से 2015 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के द्वारा बागबेड़ा वृहद ग्रामीण जलापूर्ति योजना की शुरुआत की गई, जिसे 2018 तक पूर्ण को जाना था,पर तय समय समाप्त होने के बाद भी योजना पूर्ण नहीं होने पर स्थानीय लोगों में आक्रोश व्यापत है, इधर गर्मी का मौसम आते ही बागबेड़ा,घाघीडीह, हरहरगुट्टू क्षेत्रों के लोगों के समक्ष पेयTजल की समस्या उत्पन्न होते जा रही है.
समस्या बढ़ता देख पंचायत प्रतिनिधियों ने क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य किशोर यादव के नेतृत्व में 51 घंटे का अनशन शुरू कर सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया, इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला परिषद सदस्य किशोर यादव ने बताया कि डेढ़ लाख लोग पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं 237 करोड़ के इस योजना में 211 करोड़ कार्यपालक एजेंसी को भुगतान कर दिया गया है इसके बावजूद पेयजल एवं स्वच्छता विभाग साथ ही कार्यपालक एजेंसी आइएलएफएस की लापरवाही का नतीजा क्षेत्र की जनता भुगत रही है उन्होंने कहा कि अगर इसके बावजूद सरकार इस ओर कोई कदम नहीं उठाती है तो हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करते हुए मुख्यमंत्री आवास और उपायुक्त कार्यालय का घेराव किया जाएगा.