बैंकों के निजीकरण के विरोध में देश के 13 लाख कर्मचारी दो दिवसीय हड़ताल पर चले गए हैं। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन केंद्र सरकार के गलत नीति के विरोध में विगत कई महीनों से आंदोलन करते आ रहे हैं बावजूद सरकार के द्वारा किसी तरह का पहल नहीं होने पर देशभर के सभी बैंकों के लगभग 1300000 कर्मचारी पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत दो दिवसीय हड़ताल पर चले गए हैं जिससे सिर्फ कोल्हान में दो हजार करोड़ का लेन देन प्रभावित होगा यूनियन का कहना है कि सरकार की जो नीति है उससे बैंक का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा बैंक पूरी तरह से बड़े उद्योगपति को हाथों में चला जाएगा जिससे आम लोगों को बैंकों से लेनदेन करना महंगा पड़ेगा यूनियन ने कहा कि दो दिवसीय हड़ताल से सरकार कोई पहल नहीं करती है तो आने वाले समय में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए कर्मचारी विवश हो जाएंगे।